एक सरल सी विधी है सांसों पर ध्यान की आप लोगोंने एक चीज़ देखी होगी सांसने अपने से आती हैं और अपने से जाती हैं हमने ने तो सांस लेने के लिए ना छोड़ने के लिए कुछ करना पड़ता है ये प्रकृति में ये घटना अपने से घट रही है इस घटना को दूर से ऐसे जैसे खड़े होके किसी चीज़ को देखते हैं ना हम ऐसे देखना है हमें इस विधी में दो स्ट्रेप में हम लोग करेंगे इसको प्राण उर्चा जो है सांसों से जो मिलती है हमें उसको एक्टिवेट करना है हमें जोर जोर से दो मिलट सांसे लेनी होगी इससे दो फाइदे होगी एक तो एनर्जी एक्टिवेट हो जाएगी और दूसरा जो सांसे इंबैलेंस है ना सांसों में अब यवस्ता है सांसों में वो भी ठीक हो जाएगी ठीक है डीब रिदिंग करें चलो गहरी सांस लें और छोड़ें और जोर जोर से जैसे हम ठक जाते हैं और जोर जोर से अपनी सांसे चलने लगती हैं दोड़ भाग करते हैं हम उसके तुरंद बाग जोर जोर से जितना तेजी से ले सकते हैं येस छोड़ दें शांत हो जाए जल्दी से किसी आसन में आ जाए जिसमें हम लोग देस मिनट बैठ पाएं और हाथों को ग्यानमुद्रा में लेकर आ जाएं कमर सीधी रखें और आँखें बंद कर लें अब शरीर को सुझाओ दें कि मेरा शरीर शांत हो रहा है और सारी गतिविधियां शरीर की शांत हो गई हैं पुरी तरह शांत हो गया है मेरा शरीर अब एक संकल्प लें कि मैं अपने शरीर को बिल्कुल भी नहीं हिलाओंगा या हिलाओंगी चाहे कुछ भी हो मेरी तरब से कोई हलचल नहीं होगी एक मूर्ति की तरह मन को भी सुझाओ दें कि अभी ध्यान के लिए तयार रहना है जहांपर एक आगर होने के लिए कहा जाए कोई विचार हो,
कोई कलपनाय हो,
कोई स्मर्टी हो कोई भी कारे मन से नहीं होगा अब ये भावना करें कि मेरी पूरी उर्जा एक जगह एकठी हो गई है आज्यान चकर पर जहांपर हम बिंदी लगाते हैं उस जगह में मेरी सारी उर्जा एकतर हो गई है मेरे प्राण सारे वहाँ एकतर हो गए हैं और वहाँ से मुझे एक चीज़ देखना है केवल सांसों को आती वी सांस को और अंदर रुकी वी सांस को बाहर आती वी सांस को और बाहर रुकी वी सांस को यानि अंतराल को सब को केवल जानना है और जानते रहना है कुछ भी अपनी तरब से नहीं करना है ना सांस लेनी है,
ना छोड़नी है,
ना रूकनी है आपका कार केवल अभी इतना सा है कि आप साक्षी भाव से एक दृष्टा भाव से विटनेस बन के केवल देखते रहें ध्यान रहे ऐसा बिल्कुल ना हो कि मन कहीं गया हो और सांस अपने से अंदर या बाहर आजाए आपको एक एक सांस के लिए सजग रहना है बहुत बारीक काम है ये इससे बड़ी सावधानी से और बड़ी सजगता से करना है आपका ध्यान तभी सफल होगा जब आपकी एक भी सांस मिस ना हो आपसे छूटे ना आपसे कुछ देर आपके पास कोई जिमयदारिया नहीं कोई विचार नहीं हर चीज़ से मुक्त होकर कुछ देर केवल आपका कारण इतना सा है कि आप अपनी सांस को देखते रहें आप अपने आग्याँ चक्र में ये महसूस करें कि आप छूटे से हो गए हैं और वहाँ से केवल सांसों को देख रहे हो पहरे दारी कर रहे हो सांसों की इससे सरल तम कुछ नहीं हो सकता आप कुछ नहीं कर रहे हैं अभी केवल देखने का काम कर रहे हैं लेकिन ध्यान रहे एक एक सांस का लेखा जुखा आपके पास हो मन कहीं चला गया हो तो उसे वापस ले आए और इस कारे पर लगा दें केवल सांसों को देखने का जानने का कारे अब सांसों को भी छोड़ दें बिल्कुल खाली हो जाएं सांसों को भी देखना छोड़ दें बिल्कुल खाली हो जाएं अब आपके पास कोई कारे नहीं कुछ देर कोई विचार नहीं करें कोई कलपना नहीं करें कुछ भी मन में लेकर ना आएं इस खाली पन को बनाए रखें इसे मैंटीन करें इस एम्टीनेस को यह बहुत कीम्टी छण है जब आप पूरी तरह मुक्त हैं हर चीज से इन पलों को कुछ भी खोने ना दें थोड़ी देर बस हो जाएं इस खाली पन में केवल जी लें इन पलों को बिना किसी कलपना,
बिना किसी विचार बिना किसी मन की भाग दौड के जो की प्रती पल बनी रहती है वैसे अब हम ध्यान को समापन के ओर पहले एक बार अपने शरीर को जाचें सिर से लेके पैर तक अपने शरीर को देखने का प्रियास करें आप देखेंगे आपका शरीर अभी तनाव रहीत हो गया होगा हलका हो गया होगा उर्जावान हो गया होगा आपके मन मन और भावनाओं में भी एक बियवस्ता आगी होगी अपने आपको तयार करें और अब दोनों हातों की उंगलियों को हिलाएं,
आँखें बंद रखेंगे अभी मुठी खुलें और बंद करें पास लाएं दोनों हातों को रगडें और गरम करें पुरे चेहरे से गरम कर लें जब खुब गरम हो जाएं तो आँखों पर रखें माथे पर रखें उंगलियों को और पुरे चेहरे पर फिराएं,
पुरे चेहरे को सहलाएं और आँखें खोल दें दो मिनट मौन बैठे रहेंगे बिना वाचित कियेवे जो मन में विचार है भाग दोड है मन में भी चोई स्ट्रेस है या भावनाओं के तल पर है उसको भी बियवसित कर देता है ध्यान ध्यान की कोई भी विदी हो,
इसकी बात नहीं कर रहा हूं और उससे भी महतपूर्ण बात हमारी अवेरनिस हमने जिसे सजक्ता कहा ध्यान कहा जागरती कहा,
पता नहीं कितने सारे नाम दिये हमने इसे उसको बढ़ा देता है जैसे हमारी सजक्ता बढ़ती है हमारा विवीख का जागरण होता है और विवीख हर चीज का हल है हमारे जीवन में,
हमारी हर समस्या का हमारे सुखी रहने का हमारे सवस्थ रहने का आननदित रहने का सूत रहे विवीख ठेक है थेंक यू