11:34

Gayatri Mantra Chanting - 21 Times

by Neha Prabhakar

Rated
4.7
Type
guided
Activity
Meditation
Suitable for
Everyone
Plays
1.4k

Gayatri Mantra is the Universal Mantra in Vedas (Ancient Hindu Scriptures) and carries the essence of all mantras. The meaning of the mantra is: O self-effulgent light that has given birth to all the spheres of consciousness, who is worthy of worship and appears through the orbit of the Sun, illuminate our intellect. It is a meditation on the divine or spiritual light. It is practiced widely in Hinduism and Buddhism for enlightenment. The background music also helps in clearing chakras.

Gayatri MantraChantingUniversal MantraVedasHinduismBuddhismEnlightenmentChakrasMantraRepetitionMantra MeditationRepetition Technique

Transcript

हय,

इस बारे मान्त्रा पर परवाराण चाहिए,

और बारे मान्त्रा पर परवाराण चाहिए जो परवाराण के असंद्धार नहीं है। इस बारे मान्त्रा पर परवाराण के असंद्धार नहीं है। इस बारे मान्त्रा पर परवाराण के असंद्धार नहीं है। इस बारे मान्त्रा पर परवाराण के असंद्धार नहीं है। इस बारे मान्त्रा पर परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। परवाराण के असंद्धार नहीं है। ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात् ओम् भूभुवस्वः ओम् तत्सवितुर्वरेन्यम् भर्गू देवसिधीमही धियोयो नाप्रचुदयात्

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Neha PrabhakarNew Delhi, DL, India

4.7 (26)

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Rob

December 3, 2020

She is wonderful.

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